Tulsi Vivah 2023: देवउठनी एकादशी के एक दिन बाद तुलसी विवाह किया जाता है, माना जाता है कि जिस घर में रोजाना तुलसी जी की पूजा होती है, वहां कभी दरिद्रता नहीं रहती।
ऐसा माना जाता है कि जो साधक देवउठनी एकादशी के विशेष अवसर पर Tulsi and Shaligram विष्णु के स्वरूप शालिग्राम जी का विवाह कराता है, उसके परिवार में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।
सबसे पहले Tulsi Lagna के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर लें। इसके बाद पूजा स्थल को गंगा जल छिड़क कर शुद्ध कर लें। इसके बाद दो लकड़ी की चौकी बिछाएं और उन पर लाल रंग का आसन बिछाएं।
एक कलश में गंगा जल भरें और उसमें 5 आम के पत्ते डालें, फिर इसे पूजा स्थल पर रखें। एक चौकी पर तुलसी का पौधा रखें और दूसरे चौकी पर शालिग्राम जी की स्थापना करें।
अब चौकी सहित शालिग्राम जी को हाथ में लें और तुलसी जी की 7 बार परिक्रमा करें। अंत में आरती करें और तुलसी माता से परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।